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क्रिप्टो/विदेशी मुद्रा/स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ ट्रेडिंग संकेतक

व्यापारियों/ट्रेडर्स का लक्ष्य एक्सचेंजों से त्वरित लाभ कमाना होता है, चाहे वह क्रिप्टो, विदेशी मुद्रा या शेयर बाजार हो। वे लंबी अवधि के निवेश में रुचि नहीं रखते हैं, और इसलिए वे किसी कंपनी के फंडामेंटल (बहीखाते), या बाजार/अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में ज्यादा परवाह नहीं करते हैं।

उन्हें केवल चार्ट को समझना होता है, उभरते हुए पैटर्न की पहचान करनी होती है, और ट्रेड शुरू करने के बारे में एक त्वरित निर्णय लेना होता है और फिर लाभ या हानि की बुकिंग करनी होती है।

विभिन्न ट्रेडर्स, ट्रेड की विभिन्न रणनीतियों का उपयोग करते हैं - उनमें से लगभग सभी का उद्देश्य नुकसान को कम करना और लाभ को अधिकतम करना है। हमारे डीमैट खाते (या विभिन्न एक्सचेंजों के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म) में, हमें कुछ प्रकार के ट्रेडिंग संकेतकों (Trading Indicators) का उपयोग करने की सुविधा मिलती है। ये संकेतक मूल रूप से हमें काफी हद तक ट्रेड की प्रक्रिया को स्वचालित करने में मदद करते हैं, महत्वपूर्ण समय पर हमें महत्वपूर्ण सुराग देते हैं, महत्वपूर्ण ट्रेड निर्णय लेने में हमारी सहायता करते हैं, और हमें मानवीय त्रुटियों से बचाने में मदद करते हैं।

विभिन्न ट्रेडिंग संकेतक विभिन्न अनूठे कार्य करते हैं। इनमें से हम अंततः अपने ट्रेडिंग सेटअप में किसका उपयोग करना चाहते हैं, यह पूरी तरह से हमारा निर्णय है (बेशक आप किसी का भी उपयोग नहीं करना भी चुन सकते हैं)।

इस लेख में, हमारा लक्ष्य इन ट्रेडिंग संकेतकों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण संकेतकों को सूचीबद्ध करना है।

नोट

ट्रेडिंग संकेतकों का उपयोग करना आवश्यक नहीं है। कुछ विशेषज्ञ व्यापारी केवल सादे चार्ट को देखते हैं और अपने निर्णय लेते हैं।

Table of Contents
  • ट्रेड प्रवृत्ति संकेतक (Trade Trend Indicators)
  • समर्थन और प्रतिरोध स्तर संकेतक (Support and Resistance Level Indicators)

ट्रेडिंग संकेतक

ट्रेड प्रवृत्ति संकेतक (Trade Trend Indicators)

किसी ट्रेड में प्रवेश करने से पहले सबसे महत्वपूर्ण चीज जिसे हमें पहचानने की जरूरत है, वह है बाजार का रुझान। चाहे वह अपट्रेंड (uptrend) हो, डाउनट्रेंड (downtrend) हो या साइडवेज ट्रेंड (sideways trend) हो।

इसके बाद, आपको यह भी पता लगाने की आवश्यकता है कि यह प्रवृत्ति किस हद तक जारी रहेगी और कब पलटेगी। आखिरकार, ट्रेंड रिवर्सल (trend reversals) के दौरान ही ट्रेडर्स या तो बाजार में प्रवेश करते हैं या उससे बाहर निकलते हैं।

यह सब मैन्युअल रूप से करने के लिए, हमें उभरते हुए कैंडलस्टिक पैटर्न, व्यापार की मात्रा, पुट/कॉल अनुपात (put/call ratio), आदि को ध्यान में रखना होगा। इस जल्दबाज़ी में, हम कुछ महत्वपूर्ण सुरागों को अनदेखा कर सकते हैं और गलत निर्णय ले सकते हैं, खासकर, यदि हम इस काम में नए हैं। यहां ‘सुपर ट्रेंड (Super Trend)’ जैसे ट्रेड ट्रेंड इंडिकेटर्स (Trade Trend indicators) काम आते हैं।

समर्थन और प्रतिरोध स्तर संकेतक (Support and Resistance Level Indicators)

बाजार के रुझान का आकलन करने के अलावा, हमें उस दिन के बाजार के मौजूदा समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को भी जानना होगा। आम शब्दों में:

  • प्रतिरोध स्तर ऊपरी मूल्य स्तर है जिसे स्टॉक/क्रिप्टो को तोड़ना मुश्किल हो रहा है। यानी जैसे ही स्टॉक/क्रिप्टो उस स्तर पर पहुंचता है, विक्रेता बेचना शुरू कर देते हैं और ग्राफ फिर से क्रैश हो जाता है।
  • समर्थन स्तर वह निचला मूल्य स्तर है जिसे स्टॉक/क्रिप्टो को तोड़ पाना मुश्किल हो रहा है। यानी जैसे ही स्टॉक/क्रिप्टो उस स्तर पर पहुंचता है, खरीदार खरीदना शुरू कर देते हैं और ग्राफ फिर से ऊपर चला जाता है।

प्रचलित समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को जानना आवश्यक है, क्योंकि यह हमें ट्रेंड रिवर्सल का एक उचित अंदाज़ा देता है, और यह भी कि हमें ट्रेड में कब प्रवेश करना चाहिए या बाहर निकलना चाहिए। यहां ‘पिवट पॉइंट्स (Pivot Points)’ जैसे ट्रेड ट्रेंड इंडिकेटर्स काम में आते हैं।

पिवट पॉइंट (Pivot Points) हमें चार्ट में ही कई समर्थन और प्रतिरोध स्तर दिखाता है (पिवट लाइन के साथ)।

नोट

यदि बाजार मौजूदा समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को तोड़ता है, तो नए समर्थन और प्रतिरोध स्तर बनेंगे। इसलिए, प्रचलित समर्थन और प्रतिरोध स्तर समय-समय पर टूटते रहते हैं। हालांकि, वे फिर भी ट्रेडर्स को एक बहुत अच्छा अंदाज़ा प्रदान करते हैं, और उन्हें महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करते हैं। विशेषज्ञ व्यापारी अक्सर इन प्रतिरोध स्तरों 1, 2, 3, … और समर्थन स्तरों 1, 2, 3 … की गणना स्वयं करते हैं। लेकिन नौसिखिया व्यापारियों को इस उद्देश्य के लिए किसी संकेतक की मदद जरूर लेनी चाहिए।

नोट

इंट्रा-डे ट्रेडर्स (Intra-day traders) और स्कैल्पर्स (Scalpers) को स्टॉक या क्रिप्टो के मूल्य व्यवहार (price action) की निगरानी के लिए 1 मिनट और 5 मिनट का कैंडलस्टिक चार्ट (candlestick chart) देखना चाहिए।

उपसंहार

हमें उम्मीद है कि यह लेख नौसिखिया स्टॉक व्यापारियों के लिए बहुत मददगार होगा, चाहे आप इंट्राडे, कमोडिटी ट्रेडिंग, फॉरेक्स, या फ्यूचर्स/ऑप्शन में हों। आप इन संकेतकों का उपयोग लगभग किसी भी सूचकांक के लिए कर सकते हैं - चाहे वह निफ्टी बैंक हो, निफ्टी 50, कोई अकेला स्टॉक, या क्रिप्टो-मुद्राएं। हम एक ही समय में कई संकेतकों का उपयोग भी कर सकते हैं।

हालांकि, उन पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। हमेशा दोबारा जांच करें – ट्रेड करने से पहले पुष्टि के लिए प्रतीक्षा करें। उदाहरण के लिए, यदि सुपर ट्रेंड (Super Trend) संकेत दे रहा है कि एक अपट्रेंड आ रहा है और आप एक बड़ी हरी मोमबत्ती बनते हुए देखते हैं, तो सावधान! इतनी जल्दी ट्रेडिंग में न कूदें। तब तक प्रतीक्षा करें जब तक आपको एक और हरी मोमबत्ती दिखाई न दे जो पहली हरी मोमबत्ती द्वारा बनाई गई ऊँचाई (high) को तोड़ दे। एक बार जब आपको यह पुष्टि मिल जाती है, तो आप पहली हरी मोमबत्ती के निचले हिस्से (low) पर स्टॉप लॉस (stop loss) लगाकर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

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