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पांच वर्षीय LLB कार्यक्रम बनाम तीन वर्षीय LLB कार्यक्रम

कई छात्र पांच वर्षीय LLB कार्यक्रमों और तीन वर्षीय LLB कार्यक्रमों के फायदे और नुकसानों के बारे में प्रश्न पूछते हैं।

यदि आप अभी भी 12वीं में हैं या आपने अभी-अभी 12वीं कक्षा पास की है, तो आपके लिए चुनाव करना बहुत आसान है - बस 5 साल के एकीकृत LLB कार्यक्रम (5-year integrated LLB program) के लिए जाएं। इस तरह के कार्यक्रम न केवल आपको स्नातक की डिग्री (जैसे बीए, बीएससी, बी.कॉम, बीबीए, आदि) प्रदान करेंगे, बल्कि आपको LLB की डिग्री भी देंगे।

इसी तरह, अगर आप पहले से ग्रेजुएट हैं तो आपको 3 साल का LLB कोर्स करना चाहिए।

हालाँकि, यदि आपने पहले ही स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला ले लिया है और पहले वर्ष में हैं, और अब LLB पाठ्यक्रम में स्विच करने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी हो सकता है। यहां हम 3 साल और 5 साल के LLB कोर्स के फायदे और नुकसान की तुलना करेंगे।

हमें उम्मीद है कि इस लेख में दी गई जानकारी आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगी। तो, चलिए शुरू करते हैं।

Table of Contents
  • ग्राह्यता (Eligibility)
  • इन दो विकल्पों के फायदे और नुकसान

ग्राह्यता (Eligibility)

यह बहुत आसान है। यदि आपने अपनी 12वीं कक्षा पास कर ली है, तो आप किसी भी 5 वर्षीय एकीकृत LLB पाठ्यक्रम में शामिल होने के पात्र हैं। अधिकांश लॉ कॉलेजों में न्यूनतम 45% या 50% बोर्ड अंक मानदंड हैं।

हालाँकि, यदि आप पहले से ही स्नातक हैं, तो आप 3 साल के LLB कार्यक्रम के लिए जा सकते हैं। अधिकांश लॉ कॉलेजों में न्यूनतम 45% या 50% स्नातक अंक मानदंड हैं। आप LLB कर सकते हैं चाहे आपने नियमित छात्र के रूप में स्नातक किया हो, या आप दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम (distance learning program) में शामिल रहे हो।

इन दो विकल्पों के फायदे और नुकसान

आपको 5 वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम के लिए जाना चाहिए यदि:

  • आप अपने जीवन के लक्ष्यों में स्पष्ट हैं कि आप कानून में अपना करियर बनाना चाहते हैं। अतः, आपके पास इच्छा है। लेकिन सुनिश्चित करें कि आपके पास आवश्यक कौशल भी हो, यानी आप सामाजिक रूप से जागरूक हों, समाचार पत्र पढ़ते हों और जानते हों कि भारत और दुनिया के अन्य देशों में क्या हो रहा है, आपके पास अच्छा संचार कौशल (communication skills) हो, और आप एक अच्छे डिबेटर हों (अर्थार्थ वाद-विवाद में निपुण हों), और संभवतः कानून के माध्यम से भारतीय व्यवस्था और समाज में बदलाव लाना और लोगों की मदद करना चाहते हों।
  • आप BA, B.Sc, B.Comm, BBA जैसी साधारण स्नातक डिग्री नहीं करना चाहते हैं। इस तरह के कोर्स आपको नौकरी पाने में संभवतः ज्यादा मदद नहीं कर पाएंगे, क्यूंकि यहाँ कैंपस प्लेसमेंट ज़्यादातर नहीं होता है। आपको या तो उच्च अध्ययन के लिए जाना होगा और/या विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में बैठना होगा। परन्तु, BA LLB, B.Sc LLB आदि करने से आपको अतिरिक्त लाभ मिलेगा। आपके सामने लॉ करियर के विकल्प भी खुल जाएंगे।

आपको 3 वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम के लिए जाना चाहिए यदि:

  • आप इंजीनियर, या डॉक्टर जैसी अधिक पारंपरिक नौकरी करना चाहते हैं, और अपने रेज़्यूमे में केवल एक अतिरिक्त बिंदु के रूप में कानून की डिग्री को जोड़ना चाह रहे हैं। भारत में कोई B. Tech LLB, या MBBS LLB पाठ्यक्रम नहीं है। इसलिए, यदि आप इंजीनियर बनना चाहते हैं, और फिर कानून करना चाहते हैं, तो आप इसे किसी भी एकीकृत पाठ्यक्रम के माध्यम से नहीं कर सकते। आपको उन्हें अलग से करना होगा - B. Tech के लिए 4 साल और फिर LLB के लिए 3 साल। हालांकि इसमें ज्यादा समय लगेगा, लेकिन आपके सामने करियर के कई विकल्प खुल जाएंगे।
  • आप पहले से ही अपना स्नातक कर रहे हैं और पहले ही 1-2 साल पूरे कर चुके हैं। बेहतर होगा कि अब आप अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लें। ग्रेजुएशन के बाद भी आप LLB कोर्स कर सकते हैं। और क्यूंकि आप पहले से ही स्नातक होंगे, आप LLB करते हुए भी स्नातकों के लिए उपलब्ध विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में उपस्थित हो सकते हैं। जो लोग 5 साल का इंटीग्रेटेड LLB कोर्स कर रहे हैं, उन्हें इन परीक्षाओं में बैठने के योग्य बनने के लिए 5 साल इंतजार करना होगा।
  • आप पहले से ही अपनी नौकरी में अच्छी तरह से स्थापित हैं, लेकिन आप राजनीति या सामाजिक कार्य में जाना चाहते हैं। LLB की डिग्री इस संबंध में आपकी बहुत मदद करेगी। यह निश्चित रूप से आपकी सामाजिक स्थिति और लोगों की मदद करने की क्षमता में सुधार करेगी। आप विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के लिए जनहित याचिका (Public Interest Litigation - PIL) भी दायर कर सकते हैं।
  • आप अपने वर्तमान करियर से संतुष्ट नहीं हैं - शायद उसमें विकास के पर्याप्त अवसर उपलब्ध नहीं हैं, हो सकता है कि आपको लगता हो कि आप जो काम वर्तमान में कर रहे हैं उसके लिए आप उपयुक्त नहीं हैं, आदि। कुछ लोग अपने जीवन के बाद के चरणों में भी इन कारणों से LLB करते हैं। और LLB में कोई आयु सीमा भी नहीं है। आप कभी भी वकील बन सकते हैं। और कोई सेवानिवृत्ति की आयु भी नहीं है। मैं कुछ ऐसे लोगों को जानता हूं जिन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद LLB किया और अब वकालत कर रहे हैं। मेरे एक मित्र ने पंजाब विश्वविद्यालय (पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज) से B. Tech करने के बाद 3 साल तक एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में आईटी इंजीनियर के रूप में काम किया, और फिर विधि संकाय, दिल्ली (Faculty of Law, DU) से LLB किया। वह अब अपनी पत्नी के साथ मिलकर वकालत करते हैं, जिनसे वह उसी कॉलेज में मिले थे।
नोट

चाहे 12वीं या ग्रेजुएशन में आपकी स्ट्रीम कोई भी हो, आप LLB कर सकते हैं।

3 वर्षीय LLB कार्यक्रम का एक अन्य अतिरिक्त लाभ यह है कि, यह पूरी तरह से कानून विषयों पर केंद्रित होता है। आपको कला, वाणिज्य या प्रबंधन विषयों का अध्ययन नहीं करना पड़ेगा।

5 वर्षीय एकीकृत LLB पाठ्यक्रम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रवेश परीक्षाएं और कॉलेज हैं:

  • CLAT - राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों (National Law Universities - NLUs) के लिए। NLUs केवल 5 वर्षीय एकीकृत LLB पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
  • AILET - नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली के लिए
  • LSAT
  • इंडियन ग्लोबल लॉ स्कूल
  • गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई
  • ILS लॉ कॉलेज, पुणे

3 वर्षीय LLB पाठ्यक्रम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रवेश परीक्षाएं और कॉलेज हैं:

  • DU LLB - विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए। विधि संकाय, डीयू केवल 3 वर्षीय LLB पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
  • BHU UET - विधि संकाय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के लिए
  • LSAT
  • गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई
  • ILS लॉ कॉलेज, पुणे

अब आप LLB की डिग्री प्राप्त करने के लिए उपलब्ध दो मार्गों के सभी फायदों और कमियों को जानते हैं। अपने दोस्तों और परिवार के साथ इन बिंदुओं पर चर्चा करें और आत्मनिरीक्षण करें कि आप क्या चाहते हैं। आप निश्चित रूप से सही चुनाव करेंगे।

हालाँकि, याद रखें कि आप जिस कॉलेज में प्रवेश लेते हैं, वह उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि वो कोर्स जिसमें आप दाखिला ले रहे हैं। जितना अच्छा कॉलेज होगा, उतने ही अच्छे दोस्त आपको मिलेंगे (बौद्धिक-स्तर पर), आपको उतने ही अच्छे अध्यापक मिलेंगे, और बाद में आपको नौकरी पाने के उतने ही बेहतरीन अवसर प्राप्त होंगे।

परन्तु, यह भी ध्यान रहे कि आप जिस कॉलेज में प्रवेश लेते हैं, उससे भी अधिक महत्वपूर्ण वह ज्ञान और व्यावहारिक समझ है जो आप समय के साथ विकसित करते हैं। इस दुनिया में सिर्फ एक अच्छी डिग्री होना ही काफी नहीं है। आपको अपने क्षेत्र का ज्ञान होना चाहिए, और यह तभी संभव है जब आप वास्तव में अपने काम को पसंद करते हों। इसलिए, कानून के क्षेत्र का चयन तभी करें जब आप वास्तव में इसमें रुचि रखते हों। यही सबसे महत्वपूर्ण बात है।

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