भारत के सशस्त्र बलों में करियर के अवसर (Sashastra balon mein naukri)
आपको वर्दी पसंद है, है ना?
रक्षा क्षेत्र में करियर न केवल सुरक्षित है, बल्कि शाही और सम्मानजनक भी है। वर्दी में लोग इतने स्मार्ट और हैंडसम दिखते हैं, और वे जिस जीवन शैली को जीते हैं, वह शायद IAS, IPS भी न जी पाएं।
क्या आप कभी छावनी क्षेत्र में गए हैं? वह हमेशा साफ-सुथरा, अच्छी तरह से संरक्षित और हरियाली से भरा हुआ होता है। एक सशस्त्र बल अधिकारी या सैनिक/जवान के रूप में, आप विभिन्न खेलों में भाग ले सकते हैं, घुड़सवारी, साइकिल चलाना, तैराकी, इत्यादि जैसी गतिविधियां कर सकते हैं। आपका परिवार भी इन सुविधाओं का आनंद उठाएगा। और आपको भारत और दुनिया में ऐसी जगहों पर जाने को मिलेगा जहां बहुत कम लोगों को जाने की इजाजत है। फिर बंदूकों का आकर्षण, विभिन्न आत्मरक्षा कलाएँ जो आप सीखेंगे, और शारीरिक गतिविधियाँ जो आप फिट रहने के लिए करेंगे। कमाल की लाइफस्टाइल है।
मुझे 2009 में भारतीय वायु सेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट (तकनीकी शाखा) के रूप में चुना गया था। मैंने वाराणसी में अपना SSB पास किया और दिल्ली में अपना मेडिकल टेस्ट दिया। SSB की तरह ही उनका मेडिकल टेस्ट भी 3-4 दिनों तक चलता है। वे सब कुछ जांचते हैं! मैंने नेत्र परीक्षण, कान परीक्षण, ECG, अल्ट्रासाउंड परीक्षण, मूत्र परीक्षण, आदि दिया था।
अपने उस अनुभव के बारे में, मैं एक अलग लेख में लिखूंगा।
इस लेख में, हम पूरी तरह से भारत के सशस्त्र बलों, यानी थल सेना, नौसेना और वायु सेना पर ध्यान केंद्रित करेंगे। ये रक्षा मंत्रालय के अधीन काम करते हैं। हम एक अलग लेख में अर्धसैनिक बलों (जैसे BSF, CISF, CRPF, आदि) के बारे में चर्चा करेंगे, जो गृह मंत्रालय (MHA) के अंतर्गत काम करते हैं।
तटीय रक्षकों (Coastal Guards) को भारत का चौथा सशस्त्र बल माना जाता है। वे भी रक्षा मंत्रालय के अधीन काम करते हैं।
परन्तु, वे एक पूर्ण सैन्य बल नहीं हैं। वे नौसेना के साथ समन्वय में काम करते हैं, और युद्ध के समय उनके संसाधनों (आदमी, सामग्री, धन) को नौसेना में स्थानांतरित किया जा सकता है। सेना/नौसेना/वायु सेना के विपरीत, वे केंद्रीय सिविल सेवा नियमों (Central Civil Services Rules) द्वारा शासित होते हैं।
पहले वे गृह मंत्रालय (MHA) के तहत काम करते थे, और हाल ही में गृह मंत्रालय ने मांग की कि तटीय गार्ड फिर से उनके अधीन किये जाएं। लेकिन रक्षा मंत्रालय ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई, और इसे नामंज़ूर कर दिया।
- 12वीं के बाद डिफेंस में करियर
- ग्रेजुएशन के बाद डिफेंस में करियर
- महिलाओं के लिए रक्षा सेवा सम्बंधित नौकरियां
12वीं के बाद डिफेंस में करियर
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (National Defence Academy - NDA)
12वीं पास या 12वीं दे रहे छात्र NDA परीक्षा (NDA I और NDA II परीक्षा) में शामिल हो सकते हैं। कोई न्यूनतम प्रतिशत आवश्यकता नहीं है।
इन परीक्षाओं के माध्यम से छात्रों को NDA (सेना, नौसेना और वायु सेना के लिए), साथ ही नौसेना अकादमी (Naval Academy - NA) में प्रवेश दिया जाता है। NDA की परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है।
यदि आप वायु सेना के पायलट बनना चाहते हैं, तो 12वीं पास लोगों के लिए NDA परीक्षा ही एकमात्र रास्ता है।
वायु सेना और नौसेना के लिए केवल साइंस स्ट्रीम के छात्र ही आवेदन कर सकते हैं, यानी गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान वाले। हालांकि आर्मी में जाने के लिए आपके पास बस गणित होना जरूरी है। अतः, कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र भी सेना के लिए आवेदन कर सकते हैं, अगर उनके पास 12 वीं में एक विषय के रूप में गणित था।
यह भारत के सशस्त्र बलों में शामिल होने का मुख्य मार्ग है। हालांकि और भी रास्ते हैं। लेकिन NDA से स्नातक करने वाले लोगों का भारत के सशस्त्र बलों में बोलबाला होता है।
उदाहरण के लिए, मैं स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद वायु सेना में शामिल हुआ था (मैं उस समय एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहा था।) एक इंजीनियर होने के नाते, मैं तकनीकी शाखा भर्ती अभियान में शामिल हुआ (यह एक फास्ट-ट्रैक भर्ती अभियान था)| मैं रडार सिस्टम में काम करता, लड़ाकू विमानों का रखरखाव करता, जांच करता और प्रमाणित करता कि क्या वे सुबह की उड़ानों के लिए सुरक्षित हैं (सुबह 4 बजे और उससे भी पहले उड़ाने भरी जाती हैं)। हालांकि, पायलट लोगों का वायु सेना में दबदबा होता है - वे जोखिम लेते हैं और लड़ाई में सबसे आगे रहते हैं और इसलिए उन्हें तेजी से पदोन्नति भी मिलती है (इंजीनियरों, या बाकी लोगों की तुलना में)।
अब, महिलाएं भी इन NDA परीक्षाओं में शामिल हो सकती हैं।
तकनीकी प्रवेश योजना (TES) और 10+2 (B. Tech) कैडेट प्रवेश योजना
टेक्निकल एंट्री स्कीम (Technical Entry Scheme - TES) और 10+2 (B.Tech) कैडेट एंट्री स्कीम (Cadet Entry Scheme) 12वीं के बाद आर्मी और नेवी में जाने के वैकल्पिक रास्ते हैं।
टेक्निकल एंट्री स्कीम (TES) आर्मी के लिए है, और 10+2 (B.Tech) कैडेट एंट्री स्कीम नेवी के लिए है। NDA परीक्षा की तरह, ये परीक्षाएं भी साल में दो बार आयोजित की जाती हैं।
आपको बस JEE Mains देना है। आपको अलग से कोई लिखित परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है। JEE प्रदर्शन के आधार पर आवेदनों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। फिर आपको सेवा चयन बोर्ड (SSB) और फिर एक मेडिकल परीक्षा पास करनी होगी।
पास आउट होने के बाद छात्रों को इंजीनियरिंग डिग्री (B. Tech) प्रदान की जाएगी। इसलिए इन परीक्षाओं में केवल विज्ञान (साइंस स्ट्रीम) के छात्र ही शामिल हो सकते हैं, यानी जिनके पास 12वीं में भौतिकी, रसायनशास्त्र और गणित (PCM) था। इसके अलावा, कुछ प्रतिशत कट-ऑफ भी है, जैसे की 12वीं में भौतिकी, रसायनशास्त्र और गणित (PCM) में आपके कुल अंक कम-से-कम 60-70%, और अंग्रेजी में कम-से-कम 50% अंक होने चाहिए।
तकनीकी प्रवेश योजना (TES) और कैडेट प्रवेश योजना केवल अविवाहित पुरुष उम्मीदवारों के लिए है। लेकिन भविष्य में सरकार उन्हें महिला उम्मीदवारों के लिए भी खोल सकती है, जैसे उन्होंने NDA के लिए किया है।
ग्रेजुएशन के बाद डिफेंस में करियर
स्नातक करने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों में जाने के कई अवसर हैं। वास्तव में, 12वीं पास बच्चों की तुलना में स्नातक लोगों के पास कई और तरीके उपलब्ध होते हैं। मैं भी सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) में बी.टेक (B. Tech) पूरी करने के बाद ही वायु सेना में शामिल हुआ था।
कई अन्य सरकारी नौकरियों के विपरीत, सशस्त्र बलों की अधिकांश भर्ती परीक्षाओं में अंतिम वर्ष के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं। आइए देखें कि प्रतिष्ठित वर्दी को पाने के लिए स्नातकों के पास कौन से मार्ग मौजूद हैं।
संयुक्त रक्षा सेवा (Combined Defence Services - CDS)
स्नातकों के सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए यह शायद सबसे प्रसिद्ध परीक्षा है (जैसे NDA 12 वीं पास छात्रों के लिए है)। यह साल में दो बार आयोजित की जाती है।
NDA की तरह ही, यहां किसी न्यूनतम प्रतिशत की आवश्यकता नहीं है। कोई भी स्नातक या अंतिम वर्ष का छात्र CDS में शामिल हो सकता है।
CDS के माध्यम से आप थल सेना, वायु सेना, नौसेना और अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी (Officers' Training Academy - OTA) में प्रवेश ले सकते हैं।
OTA नौकरियां महिलाओं द्वारा भी भरी जा सकती हैं। इसके अलावा, OTA परीक्षा में कोई गणित का पेपर नहीं है और कट-ऑफ तुलनात्मक रूप से कम रहता है।
वायु सेना सामान्य प्रवेश परीक्षा (Air Force Common Admission Test - AFCAT)
यह प्रवेश परीक्षा वायुसेना में जाने के लिए है। CDS की तरह ही, यह साल में दो बार आयोजित की जाती है।
आप पायलट के रूप में, तकनीकी शाखा में (इंजीनियर के रूप में) और रसद (logistics) आदि विभागों में भर्ती हो सकते हैं। इस परीक्षा में महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं।
इस परीक्षा में बैठने के लिए, आपके पास स्नातक (चाहे वह B. Tech, BSc. आदि हो) के साथ-साथ, 12वीं कक्षा में भी कम से कम 60% अंक होने चाहियें।
मैं वायुसेना में AFCAT के माध्यम से ही चयनित हुआ था।
विश्वविद्यालय प्रवेश योजना (University Entry Scheme - UES)
यह उन कुछ मार्गों में से एक है जिसके माध्यम से आप बिना लिखित परीक्षा दिए सशस्त्र बलों में अधिकारी बन सकते हैं। यह केवल B. Tech (बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी) और B. E. (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग) छात्रों के लिए है, और किसी प्रकार के स्नातकों के लिए नहीं।
यह अभी तक केवल पुरुष उम्मीदवारों के लिए है। लेकिन यह स्तिथि जल्द ही बदल सकती है।
सशस्त्र बलों की टीमें विश्वविद्यालय परिसरों का दौरा करती हैं और साक्षात्कार के माध्यम से सीधे B. Tech छात्रों की भर्ती करती हैं। हालांकि कुछ मामलों में, वे परिसर में लिखित परीक्षा भी आयोजित कर सकते हैं। वे कुछ पात्रता मानदंड भी डाल सकते हैं, जैसे की कुछ न्यूनतम प्रतिशत अंक। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि उस विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में कितने छात्र उनमें अपनी रुचि दिखाते हैं। यदि कई छात्र अपनी रुचि दिखाते हैं, तो वे ऐसे तरीकों का उपयोग करके उनमें से कुछ को हटा देंगे। आखिरकार आप सैकड़ों छात्रों के लिए साक्षात्कार आयोजित नहीं कर सकते।
यहाँ चुने जाने के बाद, आप सीधे चयन के SSB चरण में शामिल हो सकते हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से पायलटों की भर्ती भी की जाती है।
यदि आप B. Tech में हैं और सशस्त्र बलों में शामिल होने के इच्छुक हैं, तो आप अपने कॉलेज के कैंपस प्लेसमेंट विभाग (Campus Placement Department) से बात कर सकते हैं और उन्हें अपने परिसर में सेना, नौसेना और वायु सेना की टीमों को आमंत्रित करने के लिए कह सकते हैं।
जज एडवोकेट एंट्री (Judge Advocate Entry - JAG Entry)
अगर आप कम से कम 55% अंकों के साथ विधि स्नातक हैं, और बार काउंसिल में रजिस्टर्ड हैं तो आप यहां आवेदन कर सकते हैं। महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं।
आपको कोई लिखित परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है। आप सीधे SSB चरण में उपस्थित हो सकते हैं।
NCC के लिए विशेष प्रविष्टियां (Special entries)
यदि आपने NCC किया है और स्नातक हैं, तो आप इस मार्ग से सशस्त्र बलों में जाने के योग्य हैं। महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं।
आपको कोई लिखित परीक्षा लिखने की आवश्यकता नहीं है। आप सीधे SSB चरण में उपस्थित हो सकते हैं।
NCC में विभिन्न स्तर होते हैं। आपने कुछ स्तरों को पार कर लिया होना चाहिए। और अधिक विवरण जानने के लिए आपको उनकी अधिसूचना (notification) देखनी होगी।
महिलाओं के लिए रक्षा सेवा सम्बंधित नौकरियां
हालांकि हम ऊपर उल्लिखित नौकरियों/परीक्षाओं में, जहां भी महिलाओं को बैठने की अनुमति है, वो बता चुके हैं। परन्तु, यहां हम एक बार फिर महिलाओं के लिए उपलब्ध सशस्त्र बलों की नौकरियों की सूची देंगे।
- 12 वीं पास (या 12 वीं में) के लिए NDA परीक्षा
- स्नातकों के लिए संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) की अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (OTA) नौकरियां
- स्नातकों के लिए AFCAT
- जज एडवोकेट एंट्री (JAG Entry)
- NCC के लिए विशेष प्रविष्टियां
1 जनवरी, 2004 के बाद, सेना, नौसेना और वायु सेना भारत की एकमात्र केंद्र सरकार की नौकरियां हैं, जहां आपको अभी भी पेंशन मिलेगी (आपके द्वारा 15-20 साल की सेवा कर लेने के बाद)। यहां, आपको अपने पेंशन फंड में कुछ भी योगदान करने की आवश्यकता नहीं है।
अन्य सभी सरकारी नौकरियों (अर्धसैनिक बलों, तटीय गार्ड, सहित) में, आप केवल अंशदायी प्रकार की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। अर्थात आप मासिक आधार पर अपने पेंशन फंड में कुछ राशि डालेंगे, और सरकार भी कुछ योगदान देगी।
यदि आप SSB प्रक्रिया, और इसमें सफल होने की युक्तियों के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप हमारे इस लेख को पढ़ सकते हैं।