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बैंक पीओ की तैयारी कैसे करें? (Bank PO ki taiyari kaise karein?)

भारतीयों में सरकारी नौकरी के लिए हमेशा से ही जबरदस्त आकर्षण रहा है और रहेगा। इसलिए कई छात्र UPSC सिविल सेवा परीक्षा, बैंक PO, SSC, आदि परीक्षाओं की तैयारी करते हैं।

इस लेख में, हमारा ध्यान बैंक परिवीक्षाधीन अधिकारियों (बैंक PO) परीक्षाओं (जैसे IBPS, SBI, आदि) पर होगा। इन परीक्षाओं में कोई भी स्नातक बैठने के योग्य है। हम इनके पैटर्न, तैयारी के सुझावों, आदि पर चर्चा करेंगे।

हालांकि IBPS PO और SBI PO, बैंक PO के लिए सबसे प्रसिद्ध परीक्षाएं हैं, लेकिन कई अन्य बैंक परीक्षाएं भी होती हैं। कुछ सरकारी बैंक और अधिकांश निजी बैंक अपनी स्वयं की भर्ती परीक्षा आयोजित करते हैं। हालांकि, यदि आपने IBPS PO परीक्षा, या SBI PO परीक्षा के लिए तैयारी की है, तो सामान्य तौर पर आपको ऐसी अन्य परीक्षाओं के लिए अलग से तैयारी करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

इसके अलावा, कुछ बैंक बैंकिंग पाठ्यक्रम भी प्रदान करते हैं, जैसे की बैंक ऑफ बड़ौदा। इसलिए, एक बार जब आप उनकी परीक्षा पास कर लेते हैं, तो आप उनके संस्थान में कुछ वर्षों तक अध्ययन करेंगे और फिर पाठ्यक्रम पूरा करने पर आपको उनके बैंक में काम करने को मिलेगा। जब मैं कानपुर में बैंक ऑफ बड़ौदा में PO था, तब एक PO था जो इसी तरीके से उस बैंक में शामिल हुआ था।

नोट

मैंने MBA परीक्षा (CAT, XAT, आदि) की तैयारी की थी और मुझे XLRI-जमशेदपुर, IIFT-दिल्ली, IIT-मुंबई, आदि से कॉल आए थे। साथ ही, मैंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और इसकी मुख्य परीक्षा 4 बार लिखी। इसलिए मुझे कभी भी बैंक या SSC परीक्षाओं की अलग से तैयारी नहीं करनी पड़ी।

फिर भी, मैंने उनमें आसानी से सफलता प्राप्त की। वास्तव में, 2012 में आयोजित IBPS-II में, मैंने एक दिन के लिए भी अध्ययन किए बिना, 17 लाख छात्रों में से 90वीं अखिल भारतीय रैंक हासिल की। मैंने अपने पहले प्रयास में SBI PO भी पास किया। उसके लिए मैंने केवल एक दिन के लिए Career Power कोचिंग द्वारा जारी SBI PO करंट अफेयर्स कैप्सूल का अध्ययन किया।

इसलिए, एक बार जब आप किसी भी परीक्षा के लिए एप्टीट्यूड (गणित, रीजनिंग, अंग्रेजी) और सामान्य अध्ययन की तैयारी कर लेते हैं, तो यह आपको अन्य परीक्षाओं में भी मदद करेगा।

यदि आप एप्टीट्यूड परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन अध्ययन करना चाहते हैं, तो आप हमारी निम्नलिखित वेबसाइटों को देख सकते हैं:

Table of Contents
  • बैंक PO पैटर्न
  • बैंक PO की तैयारी कैसे करें?

बैंक PO पैटर्न

किसी भी बैंक PO परीक्षा में आपको तीन राउंड क्लियर करने होंगे, चाहे वह IBPS PO हो या SBI PO। ये हैं:

  • प्रारंभिक दौर
  • मेन्स राउंड
  • साक्षात्कार चरण
नोट

पहले, कुछ बैंक क्लर्क नौकरियों के लिए भी साक्षात्कार का दौर हुआ करता था। लेकिन अब भारत सरकार ने सभी ग्रुप बी, सी और डी केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए साक्षात्कार चरण को हटा दिया है। यह बैंक क्लर्कों पर भी लागू होता है।

ऐसा भ्रष्टाचार और पक्षपात की घटनाओं को कम करने, और पूरी भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए किया गया था।

हालांकि, बैंक PO की नौकरी पाने के लिए आपको निश्चित रूप से साक्षात्कार पैनल का सामना करना होगा।

अब, आइए इन तीन चरणों के बारे अधिक विस्तार से जानें। सभी बैंक PO परीक्षाओं (जैसे IBPS, SBI, आदि) के पैटर्न कमोबेश समान हैं। वे इसे हर 3-4 साल में थोड़ा-थोड़ा बदलते भी रहते हैं।

प्रारंभिक दौर

IBPS PO और SBI PO दोनों के प्रारंभिक दौर का पैटर्न लगभग समान है। छात्रों को 1 घंटे में 100 प्रश्न हल करने होंगे। तीन खंड हैं, और समय इन तीनों के बीच समान रूप से वितरित किया जाता है।

  • अंग्रेजी भाषा - 20 मिनट में 30 प्रश्न।
  • गणित (Numerical Ability / Quantitative Aptitude) - 20 मिनट में 35 प्रश्न।
  • रीजनिंग (Reasoning Ability) - 20 मिनट में 35 प्रश्न।

प्रत्येक प्रश्न का 1 अंक होता है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जाते हैं। हालांकि अनुत्तरित प्रश्नों के लिए कोई अंक नहीं काटा जाता है।

नोट

SSC CGL के विपरीत, SBI PO और IBPS PO में छात्रों द्वारा प्रारंभिक दौर में प्राप्त अंकों को अंतिम मेरिट सूची बनाने में नहीं गिना जाता है। बैंक प्रारंभिक दौर पूरी तरह से क्वालिफाइंग प्रकृति का है, यानी यह सिर्फ एक एलिमिनेशन राउंड है।

चेतावनी

SSC CGL टीयर I और SBI PO प्रारंभिक दौर की परीक्षाओं के विपरीत, IBPS PO प्रारंभिक दौर में अनुभागीय कट-ऑफ है। यानी, एक उम्मीदवार को अगले चरण (यानी IBPS PO मेन्स राउंड) के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए IBPS प्री में सभी तीन खंडों में अलग-अलग कट-ऑफ को पास करना होगा।

मुख्य दौर

SBI PO और IBPS PO दोनों के मेन्स राउंड में, दो प्रकार के पेपर होते हैं - ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव। ऑब्जेक्टिव (वस्तुनिष्ठ) पेपर में नेगेटिव मार्किंग है, पर सब्जेक्टिव (वर्णनात्मक) टेस्ट में कोई पेनल्टी मार्क्स नहीं है।

  • रीजनिंग और कंप्यूटर एप्टीट्यूड (Reasoning & Computer Aptitude) - 60 अंकों के लिए 45 प्रश्न (60 मिनट)
  • डेटा विश्लेषण और व्याख्या (Data Analysis & Interpretation) - 60 अंकों के लिए 35 प्रश्न (45 मिनट)
  • अंग्रेजी भाषा - 40 अंकों के लिए 35 प्रश्न (40 मिनट)
  • सामान्य / अर्थव्यवस्था / बैंकिंग जागरूकता (General/ Economy/ Banking Awareness) - 40 अंकों के लिए 40 प्रश्न (35 मिनट)

तो, 200 अंकों के लिए कुल 155 प्रश्न हैं। वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्रों के लिए कुल आवंटित समय 3 घंटे है।

SBI PO और IBPS PO दोनों में वर्णनात्मक परीक्षा में दो प्रश्न होते हैं - निबंध और पत्र। आवंटित समय 30 मिनट है।

नोट

जबकि IBPS PO में वर्णनात्मक पेपर को आवंटित कुल अंक 25 हैं, SBI PO के मामले में यह 50 हैं - पत्र के लिए 25 अंक, और निबंध के लिए भी 25 अंक।

वर्णनात्मक पेपर का मूल्यांकन केवल तभी किया जाता है जब कोई उम्मीदवार वस्तुनिष्ठ परीक्षा उत्तीर्ण करता है (IBPS PO और SBI PO परीक्षा दोनों के मामले में)।

साक्षात्कार चरण

साक्षात्कार के चरण में उम्मीदवारों से निम्नलिखित पर आधारित प्रश्न पूछे जा सकते हैं:

  • resume - आपके शौक, ताकत, कमजोरी।
  • शैक्षिक पृष्ठभूमि, खासकर यदि आपकी वित्त/अर्थव्यवस्था से संबंधित पृष्ठभूमि रही हो।
  • बुनियादी बैंक और अर्थव्यवस्था से संबंधित अवधारणाएं, जैसे NPA (Non-Performing Assets - गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां), मुद्रास्फीति, CRR (नकद आरक्षित अनुपात - Cash Reserve Ratio), आदि।
  • करंट अफेयर्स, खासकर अर्थव्यवस्था और बैंक से जुड़ी खबरें।
नोट

SBI PO में, आपको इंटरव्यू के साथ ग्रुप डिस्कशन (GD) राउंड का भी सामना करना होगा। मुझे 2013 में दिल्ली में (कनॉट प्लेस के पास SBI के मुख्य भवन में) SBI PO भर्ती प्रक्रिया के इस दौर का सामना करना पड़ा।

GD में हमें दो टॉपिक दिए गए और हमें अपनी पसंद का टॉपिक चुनने को कहा गया। हालाँकि मुझे अभी सटीक विषय याद नहीं हैं, लेकिन दोनों विषय अमूर्त, दार्शनिक प्रकार के विषय थे। हमारे ग्रुप में 7-8 सदस्य थे। साक्षात्कार GD राउंड के बाद आयोजित किया गया था। पूरी प्रक्रिया में करीब 3 घंटे का समय लगा।

SBI द्वारा आयोजित साक्षात्कार पहले IBPS में मेरे द्वारा सामना किए गए साक्षात्कार से कहीं अधिक गहन और पेशेवर था। जब मैंने अपना SBI PO साक्षात्कार दिया, तो मुझे पहले ही बैंक ऑफ बड़ौदा में PO के रूप में चुना जा चुका था (IBPS के माध्यम से)। हालाँकि, मैंने उन्हें यह नहीं बताया और न ही उन्होंने पूछा।

IBPS PO की अंतिम मेरिट सूची किसी उम्मीदवार द्वारा मेन्स और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों को 80:20 के अनुपात में लेकर बनाई जाती है।

SBI के मामले में भी, किसी उम्मीदवार द्वारा मेन्स और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों पर विचार करके अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाती है। यहां, GD के 20 अंक हैं, और साक्षात्कार को 30 अंक आवंटित किए गए हैं।

बैंक PO की तैयारी कैसे करें?

किसी भी बैंक PO परीक्षा में मुख्य चार विषय गणित, इंग्लिश, रीजनिंग और सामान्य ज्ञान हैं।

हालांकि, यदि आप विशेषज्ञ अधिकारियों (specialist officers) के पद के लिए आवेदन कर रहे हैं तो आपको अपने विषय के आधार पर भी पेपर का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, जब मैंने सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिकारी के लिए IBPS विशेषज्ञ परीक्षा दी, तो मुझे कंप्यूटर ज्ञान पर भी एक परीक्षा का सामना करना पड़ा।

हालांकि कई उम्मीदवार बैंक परीक्षाओं के लिए कुछ ऑफ़लाइन या ऑनलाइन कोचिंग में शामिल होते हैं, पर यह बिल्कुल आवश्यक नहीं है। स्व-अध्ययन किसी की तैयारी का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। तो, आप केवल कुछ अच्छी मानक पुस्तकों को पढ़कर, और मुफ्त YouTube वीडियो से ऑनलाइन अध्ययन करके बैंक PO में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

नोट

बैंक PO तैयारी के लिए अग्रणी कोचिंग संस्थान Career Power, KD Campus, Byjus, इत्यादि हैं। हालांकि, हर साल नए कोचिंग संस्थान खुलते रहते हैं। फिर कई ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म हैं, जैसे कि upGrad, Unacademy, आदि।

यदि आप यह जानना चाहते हैं कि कोई संस्थान कितना अच्छा है, तो बस उनकी सामग्री पर एक नज़र डालें। जितनी अच्छी उनकी सामग्री होगी, संभवतः उतना ही गंभीर वह संस्थान आपकी मदद करने में होगा।

इसके अलावा, आपको उस शिक्षक पर अधिक ध्यान देना चाहिए जो आपको पढ़ा रहा है, न कि संस्थान के नाम पर। वैसे भी आपकी सेल्फ स्टडी ही आपको टॉपर बनाएगी। कोई भी शिक्षक आपकी मदद नहीं कर सकता, अगर आप खुद की मदद नहीं कर सकते।

गणित के लिए आप कुछ कोचिंग की सामग्री को पढ़ सकते हैं, जैसे की TIME, या Career Power, आदि। छात्र कुछ शिक्षकों द्वारा लिखित पुस्तकों का भी अध्यन करते हैं। बस एक या दो स्रोत पढ़ें, और फिर ढेर सारे मॉक टेस्ट दें।

R. S. Agarwal जैसी किताबें शुरुआती लोगों के लिए हैं। इसलिए, यदि आप गणित/अंकगणित में बहुत कमजोर हैं, तो आप यहां से शुरुआत कर सकते हैं। हालांकि, यह पर्याप्त नहीं होगा यदि आपको IBPS या SBI जैसी किसी भी PO परीक्षा के मुख्य चरण को सफलतापूर्वक पार करना है।

सुनिश्चित करें कि आप एक डायरी बनाए रखें जिसमें गणित के सभी सूत्र और महत्वपूर्ण गुण और प्रमेय हों। इसे नियमित रूप से संशोधित (revise) करें।

नोट

आपको पहले महीने से ही मॉक टेस्ट देना शुरू कर देना चाहिए। इसके अलावा, पिछले वर्षों के विभिन्न प्रश्नपत्रों पर भी एक नज़र डालें। यह आपकी बहुत सी शंकाओं को दूर करेगा, जैसे की कि क्या पढ़ना है और क्या नहीं।

ऑफ़लाइन परीक्षाओं के अलावा, आप IBPS PO और SBI PO मॉक टेस्ट ऑनलाइन भी कर सकते हैं, जैसे की testbook, byjusexamprep (पूर्व में GradeUp), आदि में।

जहां तक अंग्रेजी का सवाल है, शिक्षकों द्वारा लिखी गई कई किताबें हैं, जैसे KD Campus की नीतू मैम। आप अग्रणी कोचिंग संस्थानों जैसे Career Power, और TIME, इत्यादि की सामग्री को भी पढ़ सकते हैं। हालांकि, मेरी राय में आपको व्याकरण के लिए किसी मानक पुस्तक, जैसे Wren and Martin को अवश्य पढ़ना चाहिए।

शब्दावली किसी भी अच्छे स्रोत, कुछ कोचिंग सामग्री, या Word Power Made Easy (Norman Lewis द्वारा) आदि किताबों से सीखी जा सकती है। हालांकि, अपनी शब्दावली में सुधार करने का सबसे अच्छा तरीका व्यापक रूप से पढ़ना है, चाहे वह समाचार पत्र हों, किताबें, उपन्यास हो, कहानियाँ हों, आदि। यह आपके पढ़ने की समझ (reading comprehension) के कौशल में भी सुधार करेगा।

हालांकि बैंक PO परीक्षा में गणित SSC CGL परीक्षा की तरह चुनौतीपूर्ण नहीं होता है। परन्तु, रीज़निंग तुलनात्मक रूप से बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण है।

रीज़निंग में कुछ प्रश्न दिशा, रक्त संबंध, आदि जैसे विषयों पर तैयार किए जाते हैं, जिसके लिए आप किसी भी अच्छी मानक पुस्तक या कोचिंग की सामग्री, जैसे TIME, Career Launcher, या Career Power को पढ़ सकते हैं।

परन्तु, बैंक PO परीक्षा का मुख्य जोर puzzles पर होता है। Puzzles की तैयारी का केवल एक ही तरीका है, और वह है अभ्यास करना। किताबों में आपको जो puzzles मिलेंगी वे आम तौर पर कम कठिनाई स्तर की होती हैं। इसलिए, मॉक टेस्ट देकर और पिछले साल के बैंक पेपर्स को हल करके puzzles का अभ्यास करें।

कुछ बैंक PO परीक्षाएं (जैसे SBI PO) डेटा इंटरप्रिटेशन (DI) प्रश्नों पर भी बहुत जोर देती हैं। इतना कि उनकी परीक्षा में इसके लिए एक अलग खंड होता है। SSC परीक्षाओं में, केवल कुछ सरल DI प्रश्न पूछे जाते हैं। परन्तु, बैंक परीक्षाओं में कुछ अच्छी गुणवत्ता वाले DI प्रश्नों की अच्छी मात्रा में अपेक्षा की जाती है। हम DI की तैयारी उसी तरह करते हैं, जैसे हम puzzles की करते हैं, यानी अभ्यास से। मॉक टेस्ट दें और पिछले वर्ष के बैंक पेपरों को लगाएं।

बैंक PO परीक्षा का सामान्य जागरूकता अनुभाग करंट अफेयर्स और अर्थव्यवस्था पर अधिक जोर देता है। इसलिए, इसकी तैयारी का सबसे अच्छा तरीका है कि आप किसी कोचिंग की सामग्री और उनके द्वारा जारी किए गए करंट अफेयर्स को देखें। हालाँकि, यदि समय मिले, तो आपको दैनिक आधार पर कोई अच्छी गुणवत्ता वाला समाचार पत्र भी पढ़ना चाहिए। व्यापार और आर्थिक समाचारों (business and economic news) पर अधिक ध्यान दें।

नोट

बैंक परीक्षाओं में रीजनिंग और DI सेक्शन, SSC परीक्षाओं की तुलना में बहुत कठिन और अधिक महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अलावा, बैंक में करेंट अफेयर्स और अर्थव्यवस्था पर अधिक जोर दिया जाता है। SSC परीक्षाओं में, आपको GK का अध्ययन ज्यादा करना होता है, जैसे की पॉलिटी, भूगोल, इतिहास, विज्ञान, आदि। हालांकि इन विषयों के प्रश्न बैंक परीक्षाओं में भी पूछे जाते हैं, लेकिन इनकी संख्या तुलनात्मक रूप से कम होती है।

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