रिज्यूमे कैसे लिखें ? (CV kaise likhein)
अपनी मनचाही नौकरी पाने की दिशा में पहला कदम एक खूबसूरत रिज्यूमे (या CV) तैयार करना है। ऐसे बहुत कम जॉब हैं, जहाँ आपको सीधे वॉक-इन करने और साक्षात्कार देने का मौका मिलता है। अधिकांश नौकरियों में पहले आपको अपना रिज्यूमे जमा करना होगा। इस प्रकार से अधिकतर नौकरियों में आपका रिज्यूमे आपकी पहली छाप होगी जो आप अपने संभावित रिक्रूटर पर बना रहे होंगे।
यदि आप इसे ठीक से करते हैं तो आपको कई इंटरव्यू कॉल मिलेंगे। मगर अगर आप इसपर कोई ख़ास तवज़्ज़ो न दें, तो ये भी हो सकता है की आप दिनों, हफ्तों या महीनों तक साक्षात्कार कॉल का ही इंतजार करते रह जाएँ। और ऐसा होना हमारे आत्मविश्वास के लिए तो बहुत अच्छा नहीं होगा, क्यों सही कहा ना ?
इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे एक शानदार रिज्यूमे लिखा जाता है, जिसे कोई भी एचआर (HR) मैनेजर अनदेखा नहीं कर सकता है।
इसे लेख में हम कवर करने जा रहे हैं:
- रिज्यूमे क्या है?
- एक अच्छी तरह से लिखे गए रिज्यूमे का महत्व
- सर्वश्रेष्ठ रिज्यूमे लेआउट
- रिज्यूमे के प्रकार
- रिज्यूमे लिखने के स्टेप्स
रिज्यूमे क्या है? (CV kya hota hai?)
रिज्यूमे या curriculum vitae (CV) में उम्मीदवार की शिक्षा, कौशल, कार्य अनुभव के साथ-साथ उसके द्वारा अर्जित किये गए प्रमाणपत्र और प्रोफेशनल उपलब्धियों का रिकॉर्ड होता है। इसमें नौकरी के इच्छुक व्यक्ति के विज़न स्टेटमेंट और अन्य विवरण भी हो सकते हैं जो नौकरी के लिए उसकी उम्मीदवारी को मजबूत कर सकते हैं।
ठीक से लिखे गए रिज्यूमे का महत्व (acche se likhe gaye CV ka mahatva)
रिज्यूमे वो पहला दस्तावेज़ है जो एक कंपनी आपका आकलन करने के लिए उपयोग करेगी। यह तय कर सकता है कि आपको साक्षात्कार कॉल मिलता है या नहीं। और यदि आपको साक्षात्कार का मौका मिलता है, तो साक्षात्कारकर्ताओं के पास आपके रिज्यूमे की एक प्रति अवश्य होगी और आपसे उसमे से प्रश्न भी पूछे जाएंगे।
इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप अपने रिज्यूमे में जो कुछ भी लिखे हैं, उसका सबूत आपके पास हो और साक्षात्कार में आप उसे साबित कर सकें। यद्यपि ज्यादातर साक्षात्कारों में आपको वास्तविक दस्तावेजों को दिखाने के लिए नहीं कहा जाता है, पर साक्षात्कारकर्ता निश्चित रूप से उन बातों पर आपको परखेंगे जो आपने रिज्यूमे में लिखी हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपने लिखा है कि उपन्यास पढ़ना आपका शौक है, तो आपको कुछ ऐसे सवालों के लिए तैयार रहना होगा, जैसे की “आपका पसंदीदा लेखक / पुस्तक कौन है?
हालांकि रिज्यूमे और साक्षात्कार में गहरा अंतर्संबंध है, लेकिन “साक्षात्कार की तैयारी कैसे करें”, ये इस लेख का मूल उद्देश्य नहीं है| तो चलिए, अब हम उन चीज़ों के बारे में जानते हैं जो रेज़्यूमे लिखते समय हमें ध्यान में रखनी चाहियें, साथ ही साथ हम ये भी समझेंगे की रिज्यूमे की संरचना कैसी होनी चाहिए और वास्तव में रेज़्यूमे को कैसे लिखना होता है।
यदि आप इस सब को सही से करते हैं, तो आप अपने साक्षात्कार की दिशा तक भी निर्धारित भी कर सकते हैं, क्यूंकि आपके रिज्यूमे को देखकर साक्षात्कारकर्ता क्या प्रश्न पूछेंगे ये अनुमान आपको पहले से ही होगा।
सर्वश्रेष्ठ रिज्यूमे लेआउट (sabse accha CV layout)
इससे पहले कि हम रिज्यूमे प्रारूप चुनें, और अपने रिज्यूमे को लिखना शुरू करें, आपको कुछ बहुत आवश्यक दिशानिर्देशों के बारे में पता होना चाहिए। आपका रिज्यूमे अच्छी तरह से संरचित, स्वच्छ और सटीक दिखना चाहिए।
एक अध्ययन के अनुसार, एक एचआर (HR) मैनेजर लगभग 7 सेकंड औसत समय किसी रिज्यूमे को पढ़ने और स्कैन करने में खर्च करता है! और यह इसलिए है क्योंकि उसे एक पद के लिए सैकड़ों और यहां तक कि हजारों रिज्यूमे देखने पड़ सकते हैं। विश्वास करिये, यदि आपका रिज्यूमे कलिष्ट और जरूरत से अधिक लम्बा है, तो इंटरव्यू कॉल आने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
अपने रिज्यूमे को आकर्षक और ध्यान आकर्षित करने के लायक बनाने के लिए, आपको रिज्यूमे लेआउट से संबंधित निम्नलिखित सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन करने की आवश्यकता है:
एक-पृष्ठ लंबा रिज्यूमे: आपको एक पृष्ठ के भीतर अपनी सभी सूचनाओं को सीमित करने का प्रयास करना चाहिए। कोई भी एचआर मैनजर आपके रिज्यूमे को पढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगाएगा। केवल असाधारण मामलों में ही दूसरे पृष्ठ को जोड़ा जा सकता है, अगर आपको लगता है कि कुछ अतिरिक्त जानकारी देने से आपकी उम्मीदवारी और बलिष्ट होती है।
उचित उप-शीर्षक: आपके रिज्यूमे की सभी सूचनाओं को उचित उप-शीर्षक के तहत डालना चाहिए। जैसे, संपर्क जानकारी, कार्य अनुभव आदि के लिए अलग सेक्शन और हेडिंग होने चाहियें। यह रिक्रूटर को आपके रिज्यूमे को आसानी से स्कैन करने और उसको उसकी रुचि अनुरूप जानकारी को तेजी से खोजने में मदद करता है।
वॉयस: अगर आपका रिज्यूमे अंग्रेजी में है, तो पैसिव वॉयस वाक्यों से अधिक सक्रिय वॉयस वाक्यों को तरजीह दें, क्योंकि सक्रिय वॉयस वाक्य स्पष्ट, संक्षिप्त और ज्यादा प्रभावी होते हैं। हिंदी रिज्यूमे में भी आप इसका पालन कर सकते हैं|
तुलना करें:
10 सॉफ्टवेयर डेवलपर्स की एक टीम मेरे द्वारा प्रबंधित की गई थी। (पैसिव वौइस्)
मेने 10 सॉफ्टवेयर डेवलपर्स की एक टीम का प्रबंधन किया। (सक्रिय/एक्टिव वौइस्)ताजा शब्दावली: “के लिए जिम्मेदार” जैसे शब्दों और वाक्यांशों से बचने की कोशिश करें। इसके बजाय पावर शब्द और एक्शन शब्दों का उपयोग करें, जैसे, ‘प्रबंधित’।
फ़ॉन्ट: फ़ॉन्ट आंखों को सुहाना लगना चाहिए, लेकिन साथ ही साथ पढ़ने में आसान भी होना चाहिए। सेक्शन हेडिंग के लिए आप 14-16 पॉइंट्स फॉन्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि बॉडी के लिए 11-12 पॉइंट्स फॉन्ट।
साफ़ तथा सुव्यवस्थित: सुनिश्चित करें कि रिज्यूमे का कंटेंट बहुत ज्यादा घिच-पिच न हो। वर्गों के बीच, मार्जिन आदि के आसपास पर्याप्त जगह (ब्लेंक स्पेस) होनी चाहिए।
रिज्यूमे का प्रारूप: आम तौर पर आप अपना रिज्यूमे वर्ड फ़ाइल या पीडीएफ के रूप में सेव करते हैं। लेकिन वर्ड फ़ाइल का प्रारूपण गड़बड़ हो सकता है। इसलिए, यदि हमारे पास विकल्प है, तो हमें पीडीएफ प्रारूप का इस्तेमाल करना चाहिए।
पारंपरिक बनाम आधुनिक लेआउट: आप जिस तरह के उद्योग और नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं, उसके आधार पर आप पारंपरिक या आधुनिक दिखने वाले लेआउट का विकल्प चुन सकते हैं। पारंपरिक लेआउट मूल रूप से एक साधारण, एक कॉलम का, ब्लैक एंड व्हाइट रिज्यूम होता है। आधुनिक लेआउट रंगीन, डबल कॉलम होता है, जिसमें विभिन्न डिज़ाइन और इन्फोग्राफिक तत्व समाहित होते हैं।
पारंपरिक लेआउट:
आधुनिक लेआउट:
पारंपरिक उद्योगों जैसे बैंकिंग, वित्त में हम अक्सर पारंपरिक लेआउट प्रयोग करते हैं। लेकिन डिजाइनर, कंटेंट मैनजर, डिजिटल मार्केटर जैसी नौकरियों में हमें आधुनिक लेआउट को प्राथमिकता देनी चाहिए।
रिज्यूमे का उपयुक्त प्रारूप चुनें (रिज्यूमे के प्रकार)
मूल रूप से तीन प्रकार के रिज्यूमे होते हैं। जिस तरह का रिज्यूमे आपको बनाना चाहिए, वह कई चीज़ों पर निर्भर करता है, जैसे की उस नौकरी पर जिसके लिए आप आवेदन कर रहे हैं, आपके अनुभव पर और आपकी इंडस्ट्री और देश में प्रचलित रिज्यूमे के प्रकार पर भी।
आइए सीवी के तीन प्रकारों पर एक नज़र डालें:
टाइप 1: प्रतिलोम-कालानुक्रमिक कार्य अनुभव
यह सबसे प्रचलित रिज्यूम प्रकार है। इसमें सबसे हाल के कार्य अनुभव और कर्तव्यों को पहले सूचीबद्ध किया जाता है।
यदि आप ऐसी नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं, जो आपकी वर्तमान नौकरी से संबंधित है, तो आपको इसी प्रकार का रिज्यूमे प्रयोग करना चाहिए।
रिवर्स कालानुक्रमिक रिज्यूमे सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला रेज्यूमे है। इसे पढ़ना और स्कैन करना आसान है। वास्तव में, अधिकांश एचआर प्रबंधक इस तरह के रिज्यूमे की ही उम्मीद करेंगे, और इसी प्रकार के रिज्यूमे पर हम इस लेख में ध्यान केंद्रित करने वाले हैं।
टाइप 2: कौशल आधारित रिज्यूमे
यदि आप एक नवसिखुआ हैं या आप कैरियर में बदलाव चाहते हैं, तो आप पहले अपने कौशल को उजागर करना चाहेंगे। कार्य अनुभव, यदि कोई हो, उसके बाद सूचीबद्ध किया जाएगा। लेकिन अगर आप एक अनुभवी व्यक्ति हैं, और अपने छेत्र में ही नौकरी ढूंढ रहे हैं, तो इस रेज़्यूमे प्रारूप का उपयोग करने से HR मैनेजर के मन में संदेह स्थापित हो सकता है, की आप अपने कार्य अनुभव में कुछ छुपा रहे हैं।
टाइप 3: मिला जुला रिज्यूमे
कभी-कभी आप कई क्षेत्रों में अपने कौशल और अनुभव का प्रदर्शन करना चाहते हैं। यह तब हो सकता है यदि आप किसी वरिष्ठ पद के लिए आवेदन कर रहे हैं, जैसे, वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंध निदेशक आदि। उदाहरण के लिए, यदि आप कंटेंट हेड के पद के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो आपके पास टीम प्रबंधन कौशल के साथ साथ, डिजिटल मार्केटिंग कौशल और विभिन्न विषयों का ज्ञान भी हो सकता है, शायद कुछ मानव संसाधन और तकनीकी कौशल भी।
यह उपरोक्त दो प्रारूपों (यानी, रिवर्स कालानुक्रमिक और कौशल आधारित) का संयोजन है। यह इतना सामान्य प्रारूप नहीं है और मानव संसाधन प्रबंधक (HR Manager) या साक्षात्कार पैनल को यह अजीब लग सकता है। निश्चित रूप से फ्रेशर्स के लिए यह रिज्यूमे प्रकार अनुशंसित नहीं है।
रिज्यूमे लिखने के स्टेप्स (CV likhne ke steps)
अगर आपने रिज्यूम का प्रकार चुन लिया है, तो अब आपका अगला कदम होगा उस रिज्यूमे तो कागज़ पर उतारना।
रिज्यूमे में पाए जाने वाले सबसे विशिष्ट खंड निम्नलिखित हैं:
- रिज्यूमे का सारांश या उद्देश्य
- प्रासंगिक कार्य अनुभव और उपलब्धियां
- शैक्षिक विवरण
- कौशल सेट
- संपर्क जानकारी
आप इन वर्गों को भी रिज्यूमे में डाल सकते हैं (पर यह जरूरी नहीं हैं):
- शौक एवं रुचियाँ
- प्रमाण पत्र और पुरस्कार
- सह-पाठयक्रम और एक्सट्रा करिकुलर गतिविधियाँ
- आपको ज़्यात भाषाएं और उनमें आपकी दक्षता
आईये अब हम उन बिंदुओं को देखते हैं जिन्हें हमें रिज्यूमे के इन खंडों को लिखते समय ध्यान में रखना चाहिए।
रिज्यूमे का सारांश या उद्देश्य
HR मैनेजर निश्चित रूप से आपके रिज्यूमे के सारांश या उद्देश्य को एक नज़र ज़रूर देखेगा। आख़िरकार ये आपका रिज्यूमे के शीर्ष पर स्तिथ होता है। यह आपके रिज्यूम के हेडर का हिस्सा है।
रिज्यूमे का सारांश बनाम रिज्यूमे का उद्देश्य
यदि आप अनुभवी प्रोफेशनल हैं, तो आप अपना रिज्यूमे सारांश लिखेंगे। आप यहां अपने सबसे प्रासंगिक कार्य अनुभव और कौशल को उजागर करेंगे।
परन्तु, यदि आप एक फ्रेशर हैं या करियर में बदलाव की तलाश कर रहे हैं, तो शायद आपके पास अनुभव के नाम पर कुछ भी नहीं होगा। इसलिए यहाँ आपको अपने उद्देश्य और कौशल को उजागर करना होगा जो आपके द्वारा अप्लाई की गई नौकरी के लिए प्रासंगिक है।
यदि आपके पास किसी संबंधित क्षेत्र में कुछ अनुभव है, तो हस्तांतरणीय कौशल को उजागर करना सुनिश्चित करें। ताकि एचआर मैनेजर को यह समझ में आ जाए कि अगर आपने उस सटीक जॉब प्रोफाइल में काम नहीं भी किया है, तो भी आपके पास उसी प्रकार की एक नौकरी करने का अनुभव है।
मान लीजिए कि आप GMAT, GRE परीक्षाओं के लिए वीडियो लेक्चर बनाने वाली एक edu-tech कंपनी में कंटेंट हेड के रूप में काम कर रहे हैं। फिर SAT या CAT के लिए कोर्स बनाने वाली एक अन्य edu-tech (ईडीयू-टेक) कंपनी में कंटेंट हेड के पद के लिए आवेदन करते समय आप एप्टीट्यूड, वीडियो निर्माण, संपादन, इन्फोग्राफिक्स निर्माण आदि में अपनी विशेषज्ञता को उजागर कर सकते हैं।
आप जिस पोस्ट / जॉब के लिए आवेदन कर रहे हैं, उसके अनुसार अपना रिज्यूम सारांश कस्टमाइज़ कर सकते हैं| ऐसा करने के लिए आप उस कंपनी का नाम अपने रिज्यूमे में उल्लेख कर सकते हैं, जिसे आप अपना रिज्यूम भेज रहे हैं। यह आपके सीवी को एक अच्छा व्यक्तिगत स्पर्श प्रदान करेगा।
प्रासंगिक कार्य अनुभव और प्रमुख कार्य-संबंधित उपलब्धियां
यह आपके रिज्यूमे का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, खासकर से उन उम्मीदवारों के लिए जो अनुभवी हैं। इसलिए, इस अनुभाग को रिज्यूमे सारांश के ठीक नीचे रखा जाता है। मानव संसाधन प्रबंधक आपके रिज्यूमे के इस हिस्से को निश्चित रूप से देखेगा, यह जानने के लिए कि आपको प्रासंगिक कार्य अनुभव है या नहीं।
हालांकि, यदि आपके पास कोई अनुभव नहीं है या कम है, तो आप इस कार्य अनुभव अनुभाग को कौशल-सेट और शिक्षा अनुभाग से नीचे रख सकते हैं।
आप अपने पदों को रिवर्स कालानुक्रमिक क्रम में सूचीबद्ध करेंगे| अर्थात, आप अपने वर्तमान या अपने सबसे हालिया पोस्ट को सबसे पहले लिखेंगे। आपको 10-15 वर्षों से अधिक पुराने पदों को सूचीबद्ध करने की आवश्यकता नहीं है।
आप अपनी जिम्मेदारियों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए प्रत्येक पद प्रविष्टि के अंतर्गत 4-5 बुलेट बिंदुओं का उपयोग कर सकते हैं।
प्रत्येक प्रविष्टि को निम्नानुसार व्यवस्थित किया जा सकता है:
नौकरी / पोजीशन शीर्षक: यह आपके द्वारा धारण की गई पोजीशन का नाम है, जैसे, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, अकादमिक प्रमुख, SEO प्रबंधक आदि। इसे बोल्ड फॉण्ट से लिखें।
समय-सीमा: आप यह बताएं की आप कब कंपनी से जुड़े और कब आपने उसे छोड़ा| उदाहरण के लिए, 2018-03 से 2020-08 या मार्च, 2018 से अगस्त, 2020 तक। इसे नौकरी के शीर्षक के साथ, कोष्ठक में या अलग कॉलम में रखा जा सकता है। सटीक तिथियां प्रदान करने की कोई आवश्यकता नहीं है। सिर्फ महीना और साल पर्याप्त होगा।
कंपनी का नाम: उस कंपनी का नाम और शहर लिखें जहां आपने उस पद को संभाला था। उदाहरण के लिए, पेरोट सिस्टम्स (Perot Systems), नोएडा। यदि वह कंपनी प्रसिद्ध नहीं है, तो आप कंपनी का संक्षेप में वर्णन कर सकते हैं , जैसे की, Perot Systems (अमेरिकन सॉफ्टवेयर MNC)।
प्रमुख जिम्मेदारियाँ: आपने जो कार्य किए हैं, उन्हें हाइलाइट करें, खासतर से वो जो आपके द्वारा अप्लाई किए जा रही पोस्ट के लिए प्रासंगिक हैं।
प्रमुख उपलब्धियां: यहां आप अपने द्वारा प्राप्त किए गए किसी भी पुरस्कार या पहचान पत्र या कंपनी के लिए आपके द्वारा किए गए किसी भी सॉफ़्टवेयर, किसी भी असाधारण बिक्री आदि का उल्लेख कर सकते हैं। मूल रूप से, यहां आप यह साबित करना चाहेंगे कि आपने जो भी किया उसमें आप अच्छे थे।
शैक्षिक विवरण
फ्रेशर्स शीर्ष पर अपनी शैक्षिक योग्यता और कौशल-सेट का उल्लेख कर सकते हैं। लेकिन अगर आपके पास पर्याप्त प्रासंगिक अनुभव है, तो आपको कार्य-अनुभव अनुभाग के बाद ही इन्हें रखना चाहिए।
अपने काम के अनुभव की तरह, आप यहाँ भी रिवर्स कालानुक्रमिक क्रम में अपनी योग्यता का उल्लेख करेंगे। अपने स्नातकोत्तर और स्नातक डिग्री के साथ शुरू करें और फिर अपने बारहवीं और दसमीं का उल्लेख करें। आपको प्रतिशत अंक / जीपीए का उल्लेख करना चाहिए यदि वे अच्छे हैं, अन्यथा उन्हें ना लिखना ही बेहतर है, क्योंकि यह खराब प्रभाव भी बना सकता है। यदि आप एक फ्रेशर हैं तो आपसे इंटरव्यू में वैसे भी आपके अंकों के बारे में पूछा ही जाएगा।
यदि आपके कोर्स में Major और Minor विषय रहे हैं, तो आप उनका उल्लेख भी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, एमबीए की डिग्री के मामले में - मेजर इन मार्केटिंग, माइनर इन ऑपरेशन्स।
अंत में आप कुछ प्रासंगिक पुरस्कार, सम्मान, सह-पाठयक्रम और पाठ्येतर गतिविधियों आदि का भी जिक्र कर सकते हैं। यह एक अच्छा परिष्करण स्पर्श प्रदान करेगा।
आप अपनी प्रत्येक शैक्षिक डिग्री को निम्न प्रकार से प्रारूपित कर सकते हैं:
- कार्यक्रम / डिग्री नाम: बी.टेक (सूचना प्रौद्योगिकी)
- विश्वविद्यालय / कॉलेज का नाम: हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (H.B.T.I.), कानपुर
- कोर्स की अवधि: अगस्त, 2002 - जून, 2006
निम्न प्रविष्टियाँ वैकल्पिक हैं:
- GPA / प्रतिशत: 69.1%
- अकादमिक उपलब्धियां: मेरी शाखा में मैने राज्य भर में 7 वां स्थान अर्जित किया (115 यूपीटीयू कॉलेजों में), आईआईटी-कानपुर में B. Tech का अंतिम वर्ष का प्रोजेक्ट किया (ओरेकल मिडिलवेयर लाइब्रेरी पर)।
कौशल सेट
आपके रिज्यूमे में स्किल सेक्शन उतना ही महत्वपूर्ण है जितना वर्क-एक्सपीरियंस और एजुकेशन सेक्शन। आइए हम सबसे पहले कौशल के व्यापक वर्गीकरण पर एक नज़र डालें।
कौशल के प्रकार
कौशल की दो प्रमुख श्रेणियां हैं जिनका आप उल्लेख कर सकते हैं:
हार्ड स्किल - ये ऐसे कौशल हैं जिन्हें मापा जा सकता है, जैसे, Angular / React कोडिंग, अंग्रेजी शिक्षण, सोशल मीडिया मार्केटिंग कौशल का ज्ञान। इन दावों को साबित करने के लिए आपके पास अक्सर डिग्री और प्रमाण पत्र होते हैं।
सॉफ्ट स्किल - जैसे की सामाजिक स्किल्स, संचार और निर्णय लेने का कौशल, टीम में काम करने की क्षमता, नेतृत्व, प्रबंधन, क्लाइंट हैंडलिंग की क्षमता, आदि| ये सब कौशल नापना बहुत कठिन हैं और अक्सर कुछ हद तक साक्षात्कार के दौरान ही इन क्षमतायें का आकलन किया जा सकता है।
रिज्यूमे में अपने कौशल को कैसे सूचीबद्ध करें?
आप रिज्यूमे में 5-6 कौशल सूचीबद्ध कर सकते हैं। इतना आम तौर पर पर्याप्त होता है। उन कौशलों को हाइलाइट करें जो आपके द्वारा अप्लाई की जा रही नौकरी के लिए प्रासंगिक हैं। यह हार्ड स्किल और सॉफ्ट स्किल का मिश्रण हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप किस तरह की नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं।
अपने कौशल का उल्लेख करने के साथ ही साथ आपको उन सब में अपनी दक्षता के स्तर का भी जिक्र करना चाहिए। प्रवीणता के 3 या 4 स्तर हो सकते हैं:
- पेशेवर / विशेषज्ञ (Expert)
- उन्नत (Advanced)
- इंटरमीडिएट (Intermediate)
- शुरुआती (Beginner)
उदाहरण के लिए, C ++ भाषा - विशेषज्ञ, MySQL - उन्नत, .NET - इंटरमीडिएट।
रिज्यूमे के आधुनिक प्रारूप में आप इसे दर्शाने के लिए इन्फोग्राफिक्स का उपयोग कर सकते हैं।
प्रासंगिक कौशल
आपको उन कौशलों पर जोर देना चाहिए जो उस नौकरी के लिए सबसे अधिक प्रासंगिक हैं, जिसके लिए आप आवेदन कर रहे हैं। याद रखें, एक HR मैनेजर केवल उस चीज में रुचि रखता है जो वह चाहता है, न कि वो सभी विविधताएं जो आपको पेश करनी हैं।
उदाहरण के लिए, यदि आप बहुत अनुभवी ब्लॉगर और अकादमिक लेखक हैं, तो भी आपका कौशल मिसफिट हो सकता है यदि नौकरी किसी तकनीकी लेखक के लिए है, जिसके लिए आपको केस स्टडी, ई-बुक आदि लिखने, और कुछ तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता होती है।
नौकरी विवरण (J.D.) पर एक नज़र डालें और उसमे से कम से कम 3-4 कौशल अपने रिज्यूमे में शामिल करें। लेकिन ऐसा करते समय, सुनिश्चित करें कि आप गलत या दिग्भ्रमित करने वाला कौशल-सेट नहीं लिख रहे हों। अन्यथा साक्षात्कार में या परिवीक्षा अवधि के दौरान आप निश्चित रूप से पकड़ में आ जाएंगे और यह किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा, निश्चित रूप से आपके करियर के लिए तो बिलकुल नहीं।
जब बात प्रासंगिकता की हो, तो आपको एक और चीज़ ध्यान में रखने की जरूरत है।
अपने कौशल को सूचीबद्ध करते हुए आपको कितना व्यापक होना है, यह नौकरी और आपके अनुभव पर निर्भर करेगा।
निम्नलिखित दो कौशल प्रविष्टियों की तुलना करें:
सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (एसईओ) प्रबंधक की नौकरी के लिए अप्लाई करते हुए आप सिर्फ SEO सम्बंधित कौशल का जिक्र करें:
ऑन-पेज और ऑफ-पेज एसईओ - पेशेवर
तकनीकी एसईओ - पेशेवर
HTML और CSS - उन्नत
जावास्क्रिप्ट एसईओ - इंटरमीडिएट (मध्यवर्ती)डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर की नौकरी के लिए अप्लाई करते हुए आप अपने कहीं अधिक व्यापक कौशलों का जिक्र कर सकते हैं:
सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (एसईओ) - पेशेवर
सोशल मीडिया मार्केटिंग (एसएमएम) - पेशेवर
ईमेल विपणन - उन्नत
फ़नल क्रिएशन एंड लैंडिंग पेज - इंटरमीडिएट
ऐसे कौशल का उल्लेख करने का कोई मतलब नहीं है, जिनके बारे में आपको पर्याप्त जानकारी नहीं है। यदि आपको उस क्षेत्र से प्रश्न पूछे जाते हैं, तो यह साक्षात्कार में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
इसी प्रकार, कृपया हलके-फुल्के कौशल का उल्लेख भी न करें। उदाहरण के लिए, यदि आप यह उल्लेख करते हैं कि आप Microsoft office या YouTube का उपयोग करने में अच्छे हैं, तो इससे आपके रिज्यूमे का कोई महत्व नहीं भड़ेगा।
कौशल अनुभाग को रिज्यूमे में कहाँ रखें
एक पारंपरिक रिज्यूमे में आप अपनी शैक्षिक योग्यता के बाद अपने कौशल का उल्लेख करते हैं। लेकिन अगर आप अपने अनुभव के साथ ही साथ अपने कौशल को भी उजागर करना चाहते हैं, तो आप अधिक मॉडर्न रिज्यूमे का इस्तेमाल कर सकते हैं। पहले कॉलम के शीर्ष पर आपका कार्य अनुभव होगा और दूसरे कॉलम के शीर्ष पर आपका कौशल-सेट होगा।
संपर्क जानकारी
आपको संपर्क अनुभाग में आवश्यक रूप से इन सूचनाओं को प्रदान करना चाहिए:
पूरा नाम
फोन नंबर - बस एक फोन / मोबाइल नंबर प्रदान करें। एक से अधिक फोन नंबर प्रदान करने से शायद रिक्रूटर भ्रमित हो जाएगा, और शायद कुछ समय बाद आप भी।
ईमेल पता - सुनिश्चित करें कि आपका ईमेल पेशेवर दिखता हो, जैसे mayank.sharma@gmail.com. कृपा करके ऐसा ईमेल रिज्यूमे में ना दें जिससे HR मैनेजर को ये सन्देश जाये की आप गंभीर उम्मीदवार नहीं हैं, जैसे cool.dude@gmail.com
स्थान - यदि आप ऐसी नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं जहां आपको कार्यालय जाकर कार्य करना होगा, तो आपको अपनी अवस्थिति बतानी चाहिए। आप बस अपने शहर का नाम प्रदान कर सकते हैं। अपना पूरा पता प्रदान करने की आवश्यकता नहीं है। घर से काम करने या फ्रीलांसिंग के अवसरों के मामले में, स्थान बहुत मायने नहीं रखता है।
आप अपनी सभी संपर्क जानकारी की अच्छे से जाँच करें। अगर आप गलत फोन नंबर या ईमेल पता प्रदान करने के कारण अच्छी नौकरी पाने से चूक जाते हैं, तो यह एक त्रासदी होगी।
ऊपर दी गई आवश्यक संपर्क जानकारी के अलावा, आप निम्नलिखित जानकारी भी प्रदान कर सकते हैं:
प्रोफेशनल टाइटल - अपनी पोजीशन का नाम, जैसे, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, SEO विशेषज्ञ, शैक्षणिक प्रमुख आदि।
Linkedln प्रोफाइल - आप रिज्यूमे में Linkedln URL दे सकते हैं। आजकल कुछ कंपनियां इसकी मांग भी करती हैं।
सोशल मीडिया / वेबसाइट - आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट या पेज या अपने ब्लॉग / वेबसाइट के लिंक दे सकते हैं। यह ज्यादातर आपके प्रोफाइल पर निर्भर करेगा। उदाहरण के लिए, एक कंटेंट लेखक या एक डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर अपना ऑनलाइन पोर्टफोलियो, अपने ब्लॉग के लिंक आदि प्रदान कर सकता है। यदि आप एक कोडर / डेवलपर हैं, तो संभवत: आप अपनी github रिपॉजिटरी को लिंक प्रदान कर सकते हैं।
आपके रिज्यूमे में निम्नलिखित जानकारियों की आवश्यकता नहीं है।
जन्म तिथि - आपको रिज्यूमे में जन्म तिथि का उल्लेख करने की कोई आवश्यकता नहीं है| यह कुछ मामलों में उम्र-आधारित भेदभाव को जन्म दे सकता है। आप साक्षात्कार में इसका उल्लेख कर सकते हैं।
फ़ोटोग्राफ़ - आपको रिज्यूमे में अपनी तस्वीर / हेडशॉट शामिल करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप कैसे दिखते हैं, इसकी आपको नौकरी के लिए चुने जाने में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।
अतिरिक्त / वैकल्पिक जानकारी
आप अपने रिज्यूम में कुछ अन्य जानकारी भी दे सकते हैं, जैसे की शौक और रुचियां, इंटर्नशिप, ग्रीष्मकालीन परियोजनाएं, स्वयंसेवक काम, प्रमाणपत्र और पुरस्कार, प्रकाशन, अन्य उपलब्धियां आदि।
लेकिन ये सेक्शन वैकल्पिक हैं। कुछ साक्षात्कारों में आपसे आपके बारे में ऐसी बातें बताने के लिए कहा जाता है जो पहले से रिज्यूम में नहीं हैं। आप इन बातों का तब उल्लेख कर सकते हैं।
उपसंहार
याद रखें, रिज्यूमे सिर्फ एक पेज लंबा है, लेकिन यह संभवतः आपके पेशेवर करियर का सबसे महत्वपूर्ण पेपर है। इसलिए, इसमें कुछ समय और प्रयास जरूर लगाएं, ताकि अपने लिए एक बेहतरीन रिज्यूमे बना सकें।
आप रिज्यूमे के साथ साथ कवर पत्र (cover letter) भी लिख सकते हैं। यह सोने पे सुहागा होगा।
इसके साथ ही साथ, आपको एक ईमेल का मसौदा भी तैयार करना चाहिए, जिसे आप कंपनियों को भेजेंगे और जिसमें आप अपना रिज्यूमे सलग्नं करेंगे (और शायद कवर पत्र भी)। आजकल, कुछ कंपनियों के अपने ऑनलाइन फॉर्म होते हैं, जिसमे आपको अपने रिज्यूमे को संलग्न करने की आवश्यकता होती है। लेकिन अधिकांश कंपनियों को आपको अपना रिज्यूम मेल ही करना होगा।
सुनिश्चित करें कि आप ईमेल में कंपनी या एचआर मैनेजर का नाम शामिल करें। उदाहरण के लिए, आप केवल ‘हाय’ के बजाय ‘प्रिय नताशा’ का अभिवादन कर सकते हैं। आप यह कहकर ईमेल समाप्त कर सकते हैं - ‘IBM-गुड़गांव में आपकी टीम में शामिल होने के लिए तत्पर’, इत्यादि| आपको एचआर मैनेजर को यह संदेश देना है कि आप सामूहिक रूप से सभी को अपना रिज्यूम ईमेल नहीं कर रहे हैं, बल्कि चुनिंदा कंपनियों को चुनकर और नौकरियों को देखकर आवेदन कर रहे हैं।
मैंने स्वयं सैकड़ों साक्षात्कार आयोजित किए हैं और कई कर्मचारियों की भर्ती की है। और मैंने अपने कई साथियों को भी ऐसा करते देखा है। तो, मैं आपको अनुभव से बता सकता हूं कि अधिकांश भर्तीकर्ता ईमेल या कवर पत्र पढ़ते भी नहीं हैं। आवेदनों की अपरम्पार संख्या ऐसा करना लगभग असंभव बना देती है।
लेकिन वे निश्चित रूप से आपके रिज्यूमे को देखेंगे, साक्षात्कार से ठीक पहले या साक्षात्कार के लिए किसे बुलाना है यह तय करने से पहले।
यदि आपने इस आलेख में बताए गए सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, अपना रिज्यूमे सावधानीपूर्वक बनाया है, तो निश्चिंत रहिए, यह आपको इंटरव्यू कॉल लाने में बहुत मदद करेगा। इसके अलावा एक अच्छा रिज्यूमे इंटरव्यू पैनल पर भी आपकी बेहतर छाप छोड़ेगा, जो साक्षात्कार में आपको अतिरिक्त लाभ प्रदान करेगा|