स्विंग और पोजिशनल ट्रेडिंग के लिए रणनीतियाँ
इस लेख में, हम कुछ रणनीतियों के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं जिनका उपयोग हम स्विंग और पोजिशनल ट्रेडिंग (swing and positional trading) में कर सकते हैं, यानी जब हम केवल एक दिन के बजाय कुछ दिनों के लिए निवेश करते हैं।
- रणनीति 1: निफ्टी में व्यापार करने के लिए
- रणनीति 2: स्टॉप लॉस सेट करने की रणनीति
रणनीति 1: निफ्टी में व्यापार करने के लिए
यह रणनीति एक टॉप-डाउन दृष्टिकोण लेती है, जिसमें हम भारतीय बाजार में आने वाले रुझान का अंदाजा लगाने के लिए अमेरिकी बाजार का अनुसरण करते हैं।
इस रणनीति में, हमारा लक्ष्य निफ्टी (NIFTY) में व्यापार करना है, और इसके लिए हम निम्नलिखित का उपयोग करते हैं:
- NASDAQ (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सिक्योरिटीज डीलर्स / National Association of Securities Dealers) का मासिक या साप्ताहिक चार्ट। इससे हम आगामी ट्रेंड का अंदाजा लगाने की कोशिश करते हैं। हम अमेरिकी बाजार का निरीक्षण करते हैं क्योंकि प्रवृत्ति आम तौर पर अमेरिकी से यूरोपीय बाजारों और फिर एशियाई बाजारों की तरफ बहती है। इसलिए, अमेरिकी बाजारों को विश्व वित्तीय बाजारों में अग्रणी माना जाता है। हम NASDAQ को पसंद करते हैं क्योंकि यह अमेरिकी बाजारों को बेहतर तरीके से दर्शाता है - यह 100 शेयरों की एक टोकरी/बास्केट से बना है, जिसमें बड़े IT क्षेत्र के शेयर (जैसे फेसबुक, ऐप्पल, गूगल, आदि), और वित्तीय क्षेत्र के शेयर भी मौजूद हैं। जबकि, डॉव जोन्स (Dow Jones) के पास केवल 30 शेयरों का बास्केट है और इसलिए यह कम विविध है। दूसरी ओर, S&P 500 के पास 500 शेयरों का बास्केट है और इसलिए यह अति-विविध है।
- NASDAQ चार्ट के साथ, हम अमेरिकी बाजारों के S&P 500 Vix को भी देखते हैं। हम इसका उपयोग अपने NASDAQ विश्लेषण की पुष्टि करने के लिए करते हैं। हम S&P 500 Vix का उपयोग करते हैं क्योंकि NASDAQ Vix उपलब्ध नहीं है।
- भारतीय बाजारों में, हम निफ्टी, बैंक निफ्टी और इंडिया वीएक्स (India Vix) इंडेक्स देखते हैं। यहां, हम निफ्टी और/या बैंक निफ्टी चार्ट में प्रतिरोध और समर्थन स्तरों को खोजने का प्रयास करते हैं। हम फिबोनाची रिट्रेसमेंट (Fibonacci Retracement) का उपयोग करके आने वाले रिट्रेसमेंट को नापने का भी प्रयास करते हैं। हम अपने निफ्टी या बैंक निफ्टी विश्लेषण की पुष्टि के लिए इंडिया वीक्स इंडेक्स का उपयोग करते हैं।
NASDAQ/NIFTY में मूल्य कार्रवाई को देखने और हमारे तकनीकी विश्लेषण करने के अलावा, आगामी प्रवृत्ति की भविष्यवाणी करने के लिए, हमें एक और चीज़ की भी जांच करने की आवश्यकता है। उस मूल्य स्तर पर एक नज़र डालें जिस पर पिछले सप्ताह बाजार बंद हुआ था, और इसकी तुलना वर्तमान सप्ताह के समापन मूल्य से करें। यदि बाजार पिछले सप्ताह के समापन स्तर से निचले स्तर पर बंद हुआ है, तो यह सावधानी का संकेत है - एक डाउनट्रेंड आ सकता है। इससे उलटा भी सही है। हम मासिक स्तरों पर भी तुलना कर सकते हैं।
NASDAQ में IT शेयरों का दबदबा है। इसलिए, NASDAQ में मूल्य कार्रवाई एक अच्छा पूर्व-संकेत है कि भारतीय शेयर बाजारों में IT शेयरों की कीमत कैसे बढ़ेगी। उनका सकारात्मक सहसंबंध है - यदि NASDAQ बढ़ता है, तो भारतीय IT शेयरों में भी आम तौर पर वृद्धि होती है, और इसके विपरीत भी सही है।
विक्स/Vix इंडेक्स प्री-इंडिकेटर है, यानी वह पहले से बता देता है कि भविष्य में बाजार कैसा व्यवहार करने वाला है। निवेशकों में जितना डर होगा, विक्स इंडिकेटर की वैल्यू उतनी ही ज्यादा होगी। डर बढ़ेगा तो विक्स बढ़ेगा और स्टॉक गिरेगा।
तो, विक्स चार्ट की प्रवृत्ति, स्टॉक चार्ट के विपरीत होती है (अर्थार्थ उल्टा सहसंबंध)। लाल मोमबत्तियां (विशेष रूप से lower lows) इंगित करती हैं कि बाजार ऊपर जा रहा है। जबकि, हरी मोमबत्तियाँ (विशेष रूप से higher highs) सावधानी का संकेत हैं - इसका मतलब है कि डाउनट्रेंड आने वाला हो सकता है।
रणनीति 2: स्टॉप लॉस सेट करने की रणनीति
आप स्टॉप लॉस (stop loss) और पोजिशनल ट्रेडिंग में लक्ष्य निर्धारित करने के लिए मानक विचलन (Standard Deviation, SD) का भी उपयोग कर सकते हैं (जैसे हम इंट्राडे ऑप्शन ट्रेडिंग के मामले में करते हैं)।
इस उद्देश्य के लिए, हमें उन दिनों के SD का पता लगाना होगा जब से विकल्प/ऑप्शन शुरू हुए हैं। हम जानते हैं कि नए विकल्प शुक्रवार को खुलते हैं। यदि आप मंगलवार को बाजार में प्रवेश कर रहे हैं, तो आप पिछले 3 कार्य दिवसों का SD ले सकते हैं और उसी के अनुसार अपना स्टॉप लॉस और लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं।
यदि आप VWAP लाइन (अर्थात औसत मूल्य के निकट) के पास ट्रेड में प्रवेश करते हैं, तो आप स्टॉप लॉस को मानक विचलन के 1.5 से 2 गुना और लक्ष्य को मानक विचलन के 2.5 से 3.5 गुना के रूप में रख सकते हैं।
मान लीजिए कि औसत मूल्य 100 है और SD 10 है - तो एक तेजी के बाजार में आप स्टॉप लॉस को 80 से 85 पर रखकर कॉल विकल्प खरीद सकते हैं, और 125 से 130 का लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं। एक बार जब आपका लक्ष्य मानक विचलन के 2 से 2.5 गुना तक पहुंचता है, तो आप लाभ का 50% बुक कर सकते हैं, और बाकी के लिए ट्रेलिंग स्टॉप लॉस (trailing stop loss) लगा कर छोड़ सकते हैं।